कलम और तलवार(Kolom Aur Talwar), Class 10 Hindi (Elective) आलोक भाग-2 Complete Notes Based on SEBA.

 

कलम और तलवार

रामधारी सिंह दिनकर

 

कलम और तलवार(Kolom Aur Talwar), Class 10 Hindi (Elective) आलोक भाग-2 Complete Notes Based on SEBA.
kalam Aur Talwar

 

 1. पूर्ण वाक्य में उत्तर दो:

() कलम किसका प्रतीक है?

उत्तर: कलम ज्ञानशक्ति का प्रतीक है

 

() तलवार किसका प्रतीक है?

उत्तर: तलवार दैहिक शक्ति का प्रतीक है

 

() संसार में कलम और तलवार में से किसकी शक्ति असीम है?

उत्तर: संसार में कलम और तलवार में से कलम की शक्ति असीम है

 

() मीठे गान की सृष्टि किसके द्वारा होती है?

उत्तर: मीठे गान की सृष्टि कलम के द्वारा होती है

 

() युद्ध किस के बल पर जीता जा सकता है?

उत्तर: युद्ध तलवार के बल पर जीता जा सकता है

 

() किसमें विचारों की शक्ति होती है?

उत्तर: कलम में विचारों की शक्ति होती है

 

2. अति संक्षिप्त उत्तर दो (लगभग 25 शब्दों में):

() कलम हमारे किस काम आती है?

उत्तर: हमारे अंदर छिपे भावनाओं एवं विचारों को बाहर निकाल उसे साहित्यिक रूप देने में कलम काम आती हैकलम के माध्यम से ही समाज को नई दिशा मिलती हैअतः कलम ज्ञान का प्रतीक हैकलम के द्वारा ही लोग शिक्षित बन पाते हैं

 

() तलवार की क्या उपयोगिता है?

उत्तर: तलवार दैहिक शक्ति का प्रतीक हैयुद्ध के क्षेत्र में वीर के हाथ में तलवार ही उसका उपयोगी शस्त्र होता हैइसके अलावा हिंसक जंतुओं से बचने के लिए तलवार की आवश्यकता पड़ती है

 

() 'अंध कक्षा में बैठ रचोगे ऊँचे मीठे गान'- का आशय स्पष्ट कीजिए

उत्तर: इस पंक्ति का आशय यह है कि कलम में इतनी ताकत होती है कि चाहे व्यक्ति बंद कमरे में बैठा क्यों हो, वह विचारों के माध्यम से मधुर संगीत की रचना कर लेता हैउन मीठे गानों में समाज को नई दिशा दिलाने की शक्ति होती हैऔर उन विचारों को प्रकट करने में कलम अपना महत्वपूर्ण योगदान अदा करता है

 

() कलम विचारों के अंगारे कैसे पैदा करती है?

उत्तर: सोए हुए भावनाओं को जागृत कर कलम समाज में परिवर्तन की आग को दहका सकती हैमनुष्य के विचारों में  बहुत से सृजनात्मक भावनाएँ छिपी होती हैअगर वे चाहे तो कलम के माध्यम से विचारों के अंगारे पैदा कर सकते हैंअतः मनुष्य के विचारों में इतनी ताकत होती है कि वह कलम के माध्यम से विचारों के अंगारे पैदा कर सकते है

 

() अक्षर चिनगारी कैसे बनते हैं?

उत्तर: अक्षर यानी शब्दएक-एक अक्षर मिलकर ही शब्द बनता है और फिर वही शब्द विचारों के माध्यम से लेखनी का रूप ले लेती हैवही लेखनी समाज में जागृति लाने का काम करती हैइसीलिए अक्षरों को चिंगारी कहा गया है, जो मनुष्य के हृदय में ज्वाला रूपी आग लगा सकते हैं

 

3. संक्षेप में उत्तर दो(लगभग 50 शब्दों में):

() हाथों में शस्त्रास्त्र होने पर भी कलम के द्वारा समाज में फैले भ्रष्टाचार-अनाचार को कैसे दूर किया जा सकता है?

उत्तर: अगर हमारे हाथ में शस्त्र हो तो हम केवल शरीर को ही आघात कर सकते हैंपर कलम की धार में कितनी ताकत होती है कि वह मनुष्य के अंतर्मन एवं विचारों को प्रभावित कर लेती हैकलम द्वारा लिखे गए लेखनी के वार से करोड़ों लोगों को जागृत करने का काम किया जा सकता हैप्रत्येक शब्द लोगों के मन में प्रेम, जागृति, दया आदि का भाव जगाने में सक्षम हैअर्थात कलम द्वारा ही लोगों में नई चेतना पैदा कर समाज में फैले भ्रष्टाचार-अनाचार को दूर किया जा सकता है 

 

() कलम और तलवार में से तुम क्या लेना पसंद करोगे और क्यों?

उत्तर: कलम और तलवार में से मैं कलम को लेना पसंद करूंगाक्योंकि कलम ज्ञान का प्रतीक है, तो तलवार दैहिक शक्ति काकलम और तलवार दोनों ही धारदार हथियार है पर दोनों में काफी अंतर हैकलम अहिंसा एवं शांति का माध्यम है, तो वही तलवार हिंसा को बढ़ावा देता हैतलवार बलपूर्वक समाज में बदलाव लाना चाहता है, तो कलम नेक विचारों से  हृदय परिवर्तन कर समाज में जागृति लाना चाहता हैयही कारण है कि मैं ही नहीं बल्कि हर शिक्षित व्यक्ति कलम को ही चुनना पसंद करेंगे

 

() इस कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

उत्तर: इस कविता में कलम और तलवार दोनों के सत्ता तथा महत्ता पर प्रकाश डाला गया हैसाथ ही साथ कलम और तलवार में फर्क बताकर उनमें से उचित को चुनने का उपदेश भी दिया हैयह कविता बताती है कि कलम की धार के आगे तलवार की धार फीकी हैइस कविता से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि कलम के जरिए हम समाज में हो रहे बुराइयों एवं भ्रष्टाचार को दूर कर सकते हैंअपने  अंदर छिपे भावनाओं को कलम के माध्यम से लिखित रूप देकर देश के नवयुवकों को प्रोत्साहित कर सकते हैंताकि वे स्वच्छ विचारधाराओं को अपनाकर सुंदर समाज का निर्माण कर सकेअर्थात एक कलम समाज में क्रांति ला सकती हैइसलिए हमें हिंसात्मक शस्त्र को छोड़ कलम जैसे अहिंसात्मक चीजों को अपनाना चाहिए

 

4. सम्यक उत्तर दो(लगभग 100 शब्दों में)

()'कलम और तलवार' कविता का सारांश लिखो

उत्तर: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी ने 'कलम और तलवार' नामक कविता में कलम और तलवार दोनों को प्रधानता दी हैउनके अनुसार कलम और तलवार दोनों में ही बदलाव लाने की क्षमता होती हैदोनों में ही तेज धार होती हैपर फर्क इतना है कि कलम की धार विचारों को जगाती है, तो तलवार की धार खून की धारा बहा सकती हैकलम के द्वारा विचारों की अभिव्यक्ति से समाज को जगाया जा सकता है, तो दूसरी और अस्त्र-शस्त्र हाथों में लेकर युद्ध जीता जा सकता हैजहाँ मनुष्य समाज में चेतना पैदा करने की बात आए तो कलम ही कारगर साबित होता हैवही युद्ध में तथा हिंसक पशुओं से आत्मरक्षा हेतु तलवार की आवश्यकता पड़ती हैयदि समाज में चारों ओर सुरक्षा और निर्भरता हो तो अस्त्र शस्त्रों का नहीं बल्कि कलम का ही काम होता हैयह हम पर निर्भर करता है कि हमे किसको अपनाकर समाज का निर्माण करना हैअतः कलम और तलवार में से कलम की शक्ति अधिक है तथा कलम के द्वारा देश में हो रहे भ्रष्टाचार एवं बुराइयों को मिटाया जा सकता हैअतः ज्ञानशक्ति से ही देश की तरक्की की जा सकती हैइसीलिए कलम को ज्ञानशक्ति का प्रतीक माना गया है

 

() कलम और तलवार में किस की शक्ति अधिक है? तर्क सहित अपना विचार प्रस्तुत करो?

उत्तर: साधारण सा दिखने वाला कलम तलवार से छोटा जरूर है पर उसकी शक्ति तलवार से भी अधिक हैक्योंकि कलम की धार से समाज में क्रांति लाया जा सकता हैउसमें समाज को पलट देने की क्षमता होती हैवही तलवार युद्ध के क्षेत्र में विजय हासिल करने के काम आता हैइसके अलावा आत्मरक्षा एवं हिंसक जंतुओं से बचने के काम आता हैतलवार कुछ ही लोगों के शरीर पर वार कर सकती हैपर कलम का वार सभी लोगों का हृदय छू जाता हैसमाज को भ्रष्टाचार एवं बुराइयों से बचाना है तो तलवार की वार से नहीं, पहले सोए हुए मनुष्य को जागृत करना होगा और लोगों को जागृत कराने का काम कलम द्वारा ही संभव हैहृदय परिवर्तन करके ही समाज को सही दिशा दी जा सकती हैजो कि एक कलम बखूबी से कर सकती हैजिस समाज में ज्ञान को प्रधानता दी जाती है, उस समाज के लोग दिल में उमंग लिए देश के हित काम कर जाते हैंअतः कलम और तलवार की महत्ता को देख हम यह कह सकते हैं कि कलम ही श्रेष्ठ है

 

5. सप्रसंग व्याख्या करो:

() अंध कक्ष में बैठ रखोगे ऊँचे मीठे गान?

या तलवार पकड़ जीतोगे बाहर जा मैदान?

उत्तर: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक आलोक भाग-2 के अंतर्गत रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित 'कलम और तलवार' नामक कविता से दिया गया है

    इन पंक्तियों में कलम और तलवार की शक्ति तथा महत्व के बारे में बताया गया है

    कलम और तलवार दोनों में ही तेज धार होती है तथा दोनों से ही  जंग लड़ी जा सकती हैलेकिन कलम में तलवार से भी अधिक शक्ति होती हैकलम उठाकर अपनी रचनाओं से समाज को जागृत किया जा सकता हैकलम हाथ में हो तो कहीं से भी रचनाओं का निर्माण किया जा सकता हैतथा एक बंद कमरे से भी मधुर संगीत की रचना की जा सकती हैइसीलिए कवि का प्रश्न है कि यह हम पर निर्भर है कि क्या हमें बंद कमरे में बैठ मीठे गान की रचना करनी चाहिए, या फिर हाथ में तलवार पकड़ जंग के मैदान में जंग लड़नी चाहिए

 

() लघु गर्म रखने को रखो मन में ज्वलित विचार,

 हिंस्र जीव से बचने को चाहिए किंतु, तलवार

उत्तर: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक आलोक भाग-2 के अंतर्गत रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित 'कलम और तलवार' नामक कविता से दिया गया है

     इन पंक्तियों में कलम और तलवार की विशेषताओं के बारे में चर्चा किया गया है

     कलम में इतनी शक्ति होती है कि वह लोगो के हृदय में ज्ञान का दीपक जलाकर उनमें नई उमंग पैदा कर सकती हैकलम द्वारा लिखे गए प्रत्येक शब्द में मानो चिंगारी भड़कने लगते हैंजो लोगों के दिल और दिमाग में आग लगाने वाले विचारों को जगाती हैइसीलिए अगर हमें लहू को गर्म रखना है तो मन में ज्वलित विचारों को पैदा करना होगावहीं दूसरी ओर अगर हमें हिंसक जीव जंतु से बचना है तो हमारे हाथ में तलवार चाहिएउस समय दैहिक शक्ति ही काम आएगातथा कलम और तलवार दोनों की ही अपनी-अपनी भूमिकाएँ हैं

 

() जहाँ लोग पालते लहू में हलाहल की धार,

 क्या चिंता यदि वहाँ हाथ में हुई नहीं तलवार?

उत्तर: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक आलोक भाग-2 के अंतर्गत रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा रचित 'कलम और तलवार' नामक कविता से दिया गया है

    आज के मनुष्य के अंदर भरी विषैली भावनाओं के बारे में इन पंक्तियों में कहाँ गया है

     तलवार आत्मरक्षा का साधन हैतलवार हिंसक जंतु से बचने के काम आता हैपर आज विडंबना यह है कि व्यक्ति का हृदय इतना विषैला हो गया है कि वे बिना तलवार के खुद हिंसक बन गए हैंआज उल्टा हिंसक पशुओं को मनुष्य से ही खतरा  हैक्या हुआ अगर मनुष्य के हाथ में तलवार नहीं है जब उसके खून में ही इतनी विषैली भावनाएं भरी है जिससे सब कुछ विनष्ट करने की शक्ति हो और तलवार जैसी धार अगर उसके वाणी में हो, तो बिना तलवार के ही मनुष्य खतरनाक हथियार है

 

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